चॉकलेट न मिलने से नाराज एक ऑटिज्म पीड़ित ने दी पांच सितारा होटल लीला (Five Star Hotel Leela) को बम से उड़ाने की धमकी
नई दिल्ली: चॉकलेट न मिलने से नाराज एक ऑटिज्म (autism) पीड़ित 24 वर्षीय मरीज ने गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर पर स्थित पांच सितारा होटल लीला को बम से उड़ाने की धमकी दे डाली। आरोपी ने होटल स्टाफ को फोन करके बताया कि उसने होटल में बम प्लांट कर दिया है। होटल स्टाफ से कंट्रोल में मिली सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पूरे होटल को खाली कराया। डॉग और बम स्क्वॉयड से होटल की पूरी तरह से जांच हुई। उसके बाद उसमें ठहरने वालों को दोबारा से प्रवेश दिया गया। करीब ढाई घंटे कड़ी जांच के बाद कोई बम न मिलने पर पुलिस और होटल प्रशासन ने राहत की सांस ली। एसीपी डीएलएफ विकास कौशिक ने बताया कि लीला होटल के मैनेजर वरुण छिब्बर ने मंगलवार सुबह पुलिस कंट्रोल रूम को फोन पर सूचना दी थी। उन्होंने बताया कि उनके होटल में बम लगाए जाने की सूचना किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर दी है। हरकत में आई पुलिस ने बम स्क्वॉयड के साथ होटल की सघन तलाशी ली, मगर वहां कुछ नहीं मिला।
इसके बाद पुलिस ने अज्ञात कॉलर के बारे में पड़ताल शुरू की। पता चला कि जिस मोबाइल नंबर से फोन किया गया था, वह दिल्ली में एक व्यक्ति के नाम पर था। परेशानी इस बात की थी कि घटना के बाद से ही उपरोक्त मोबाइल नंबर गुरुग्राम क्षेत्र में ही स्विच ऑफ कर दिया गया था। पुलिस तलाशते हुए सेक्टर-47 स्थित एक अस्पताल पहुंची तो पूरा मामला ही खुल गया।
एसीपी ने बताया कि जांच में यह बात भी सामने आई है कि इससे पहले उपरोक्त युवक ने दिल्ली एयरपोर्ट और होटल ताज के लैंडलाइन पर भी बम की सूचना देने के लिए फोन किया था। हालांकि वहां उसकी किसी से बात नहीं हो पाई थी। दूसरी ओर युवक के इस फोन कॉल से होटल लीला में ठहरे लोग और पुलिस टीम करीब ढाई घंटे तक परेशान रही।
क्या बोले अधिकारी ?
साइबर सेल को जांच के दौरान पता चला है कि 11 बजकर 6 मिनट पर फोन आया था। फोन आने के बाद 30 मिनट तक होटल की ओर से जांच की गई, मगर उसके बाद कुछ न मिलने पर होटल प्रबंधन ने पूरी जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को दी है। दर्द और दहशत में रहे लोग
आरोपी युवक के एक फर्जी कॉल का नतीजा होटल में ठहरे 100 से अधिक लोगों को झेलना पड़ा। दर्द और दहशत के ढाई घंटे कैसे गुजरे वह तो उनका दिल ही जानता है। शहर का आलीशान होटल में माना जाने वाले स्थान पर ठहरने वालों ने कभी ऐसा नहीं सोचा होगा कि पल भर पुलिस ने उनको बाहर निकाल दिया। यहां पर उनको करीब ढाई घंटे तक बाहर रहना पड़ा। पुलिस की क्लीन चिट मिलने के बाद ही लोगों के चेहरों पर राहत की सांस नजर आई।