उत्तराखंड

चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को धामों तक सहज और सुरक्षित रूप से ले जाने के लिए परिवहन विभाग ने 580 बस और टेंपो ट्रेवरल का पूल तैयार

देहरादून: चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को धामों तक सहज और सुरक्षित रूप से ले जाने के लिए परिवहन विभाग ने 580 बस और टेंपो ट्रेवरल का पूल तैयार किया है। ये पूल रोटेशन की 1804 बसों से अलग होगा। ऋषिकेश से रोडवेज की 50 बसों को चारधाम के लिए तैनात किया जा रहा है। ये बसें ऋषिकेश से सीधा केदारधाम, बद्रीनाथ धाम, गंगोत्री और यमुनोत्री जाएंगी।

परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया। कोरोना काल के दो साल बाद पहली बार चारधाम यात्रा बिना बंदिशों के होने जा रही है। इस बार श्रद्धालुओं की संख्या काफी ज्यादा रहने की उम्मीद की जा रही है। परिवहन विभाग के अनुमान के अनुसार वर्ष 2019 के मुकाबले 30 फीसदी से ज्यादा यात्री बढ़ सकते हैं। वर्ष 2019 में 33 लाख श्रद्धालुओं ने चारों धामों के दर्शन किए थे। संपर्क करने पर उपायुक्त परिवहन एसके सिंह ने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए कंटीजेंसी प्लान तैयार किया गया है।

दूसरे राज्यों को भी ध्यान रखने की सलाह

चारधाम यात्रा पर जिन राज्यों से सर्वाधिक श्रद्धालु आते हैं, उन राज्यों को भी ऐहतिहाती अलर्ट जारी किया जा रहा है। उत्तराखंड आने से पहले वाहनों की फिटनेस, प्रदूषण जांच आदि के साथ सुरक्षा मानको को पूरा कराने की अपील की जा रही है। हर वर्ष यात्रा से पहले उत्तराखंड सभी राज्यों को गाइड लाइन जारी करता है।

यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर हुई बैठक

चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले नगर पालिका परिषद बडकोट में व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के लिए पालिकाध्यक्ष अनुपमा रावत की अध्यक्षता में बैठक की।

यह है तैयारी

  1. 50 बस केएमओयू की रिजर्व रहेंगी रोटेशन व्यवस्था के साथ
  2. 100 बस रोडवेज की रिजर्व में रखी जाएगी आपात स्थिति के लिए
  3. 100 बस केएमओयू से भी ली जाएंगी यात्रियों की संख्या बढ़ने पर
  4. 80 सिटी बसों का किया जा रहा है चयन
  5. 250 स्कूल बस, बस और टैंपो ट्रेवलर को भी रिजर्व में रखा जाएगा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *