कुशीनगर में 10 लाख रुपए और कार की मांग पूरी न होने पर जयमाला के बाद भी एक शादी टूट गई, बेटी का पिता पैर पकड़कर गिड़गिड़ाता रहा
कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में दहेज की मांग पूरी न होने पर जयमाला के बाद भी एक शादी टूट गई। बेटी का पिता पैर पकड़कर गिड़गिड़ाता रहा लेकिन दूल्हे के परिवार को उस पर रहम नहीं आया। वे बारात वापस लेकर चले गए। लड़की के पिता ने उनके पैर पकड़े, गिड़गिड़ाता रहा। यही नहीं अपने हार्ट सर्जरी की दुहाई भी दी लेकिन दूल्हे के घरवालों का दिल नहीं पसीजा। दहेज में 10 लाख रुपए और कार की मांग को लेकर उन्होंने न सिर्फ शादी तोड़ दी बल्कि गाली-गलौच भी की। अंत में बारात लेकर वापस चले गए।
मामला कुशीनगर के कसया थाना क्षेत्र के बैरिया राजा गांव का है। लड़की के पिता ने आरोप लगाया है कि दहेज की भारी भरकम मांग को लेकर लड़के वालों ने वरमाला की रस्म के बाद शादी तोड़ दी। बारात वापस लेकर चले गए। इस आरोप के साथ पीड़ित पिता ने कसया के एसएचओ को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई। हालांकि बाद में पुलिस ने थाने में दोनों पक्षों सुलह कराकर उन्हें वापस लौटा दिया।
लड़की के पिता बलजीत सिंह ने एसएचओ को दी तहरीर में घटना का पूरा ब्योरा दिया। उन्होंने लिखा कि उनकी पुत्री का विवाह थानाक्षेत्र के बरवा जंगल निवासी विजय मल सिंह के पुत्र डा. मृत्युंजय सिंह के साथ तय था। 7 मई को जयमाला की रस्म हो जाने के बाद लड़के के बड़े भाई डा जन्मेजय सिंह, बहनोई राकेश सिंह उर्फ राजू और पिता ने तय दहेज 20 लाख के बाद दस लाख और और कार की मांग शुरू कर दी। इस पर असमर्थता जताए जाने पर गाली गलौज और मारपीट की और बारात वापस लेकर चले गए।
पीड़ित पिता के मुताबिक उन्होंने दूल्हे के घरवालों के पैर पकड़े, गिड़गिड़ाए और अपनी हार्ट सर्जरी की दुहाई भी दी। कहा कि उनकी दहेज की मांग पहले ही पूरी कर दी है। अब और देने में असमर्थ हैं लेकिन दूल्हे के घरवालों का दिल किसी भी तरह नहीं पसीजा। वे बारात वापस लेकर चले गए। शिकायत मिलने पर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर बात की। पुलिस के सामने दोनों पक्षों ने सुलह कर लिया। इस संदर्भ में एसएचओ सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि लड़की पक्ष अब उस लड़के से शादी नही करेगा। दोनों पक्षों ने आपस में सुलह कर ली है।