उत्तराखंडक्राइम

पुलिस आधुनिकीकरण एवं नए प्रयोगों को पेश किया जनपद प्रभारियों ने ‘नो योर पुलिस स्टेशन’ अभियान को राज्य के समस्त थानों में क्रियान्वित करने के निर्देश दिये

देहरादून:- आज पुलिस मुख्यालय में आयोजित ‘उत्तराखंड पुलिस मंथन-समाधान एवं चुनौतियां’ पुलिस सप्ताह के द्वितीय सत्र में विभिन्न पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया गया। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा प्रस्तुतीकरण के दौरान विभिन्न जनपदों से विस्तृत विचार-विमर्श व चर्चा की गई। कुमांयू परिक्षेत्र के डी0आई0जी0 डॉ0 नीलेश आनन्द भरणें द्वारा विभिन्न विषयों पर केन्द्रित अपने प्रस्तुतीकरण में बताया कि क्राइम मीटिंग को पूरी तरह ऑनलाईन व पेपरलेस करते हुए स्मार्ट पुलिसिंग के तहत स्मार्ट ऑफिस की शुरूआत की गई है। कुमांऊ परिक्षेत्र में प्रत्येक थाने के कार्यों का आंकलन हेतु 14 बिन्दुओं पर थानें व कार्मिकों की रैंकिंग निर्धारित करने की शुरूआत की गई। जनसमस्याओं के त्वरित एवं सुगम समाधान के लिए माह के प्रथम एवं अंतिम शनिवार को थाना दिवस का आयोजन किया जा रहा है।

नैनीताल में पार्किंग व्यवस्था हेतु क्यू आर कोड की नई पहल से व्यवस्थित पार्किंग में सुविधा हुई है। मॉल रोड नैनीताल में सेल्फ बेंलेंसिंग स्कूटर -सिगवे’ से भीड़-भाड़ वाले पर्यटक स्थलों में निगरानी व गश्त की शुरूआत की गई। दुर्घटना/आपातकालीन स्थिति में वाहन मालिक की पहचान हेतु वाहनों में स्टीकर लगाने की शुरूआत की गई। नो योर पोलिस स्टेशन अभियान के पोस्टर में समस्त आपातकालीन नम्बरों को आकर्षक रूप से दर्शाकर जागरूकता अभियान चलाया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार अजय सिंह ने अपने प्रस्तुतीकरण की शुरूआत हरिद्वार के डेमोग्राफिक मानचित्र के साथ की। उन्होंनें बताया कि हरिद्वार में नशा कारोबार के संवेदनशील ईलाकों को चिन्हित कर चौपाल लगाकर जागरूकता का कार्य युद्धस्तर पर प्रारम्भ किया गया है। प्रत्येक थाने में नशा पीडित एवं ड्रग पैडलर के लिए पृथक रजिस्टर की शुरूआत कर एन0डी0पी0एस0 एक्ट में 27 अभियुक्तों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है।

ग्रामीण क्षेत्र में कच्ची शराब के ठिकानों पर ड्रोन के माध्यम से प्रभावी कारवाई की गई है। अपराध अनावरण में हरिद्वार को सी0सी0टी0वी0 की मैपिंग से प्रभावी सफलता मिली है। इसी क्रम में उत्तराखण्ड पुलिस एप के अन्तर्गत सभी ऑफलाईन शिकायतों को डिजिटाईज करने की योजना सामने रखी। ड्रग्स की चैकिंग एवं रोकथाम के लिए हैण्ड हैल्ड डिवाईस एवं ड्रग कन्ट्रोलर उपलब्ध कराये जाने पर विशेष जोर दिया।

उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक श्री अपर्ण यदुवंशी ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान यमुनोत्री क्षेत्र में घोडे-खच्चरों के लिए प्रारम्भ की गई टोकन व्यवस्था के परिणाम सकारात्मक रहे। इसके अतिरिक्त नशे की रोकथाम हेतु उत्तरकाशी पुलिस द्वारा युद्धस्तर पर विशेष अभियान ‘उदयन-जागृत युवा,जागृत समाज, सशक्त राष्ट्र’ शुरू किया गया जिसमें प्रशासन के सहयोग से दो मनोचिकित्सक युवाओं का काउंसलिंग में सहयोग प्राप्त किया जा रहा है। उन्होंनें बताया कि नशे के विरूद्ध स्कूलों के पी0टी0आई0 को ड्रग वारियर भी बनाया गया है।

प्रथम दिवस के द्वितीय सेशन को समाहित करते हुए पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड अशोक कुमार द्वारा कुमांऊ परिक्षेत्र द्वारा शुरू किये गये ‘नो योर पुलिस स्टेशन’ अभियान को राज्य के समस्त थानों में क्रियान्वित करने के निर्देश दिये गये। हरिद्वार पुलिस की सी0सी0टी0वी0 गूगल मैपिंग योजना को प्रभावशाली बताते हुए अन्य जनपदों को भी इस सम्बन्ध में त्वरित कारवाई करने को कहा। उन्होंनें पुलिस अधिकारियों को सडक दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु एन0एच0ए0आई0 एवं परिवहन विभाग के साथ संयुक्त सर्वे कर सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित निर्णय लेने को कहा। उन्होंनें विशेष जोर देते हुए एन0डी0पी0सी0 एक्ट में हिस्ट्रीशीटर पर गैंगेस्टर लगाने हेतु निर्देशित किया। उत्तरकाशी के ‘उदयन अभियान’ की सराहना करते हुए अन्य जनपदों को भी अपनी टीम में मनोचिकित्सक शामिल करने का सुझाव दिया।

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