जयंत चौधरी ने केंद्रीय और नवोदय विद्यालयों के युवा एथलीटों से की प्रेरणादायक बातचीत
नई दिल्ली:- केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय के युवा एथलीटों और पैरा-एथलीटों से मुलाकात की। ये छात्र विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन कर चुके हैं।
इस कार्यक्रम में व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय और एयर राइफल शूटिंग में विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीतने वाले अभिनव बिंद्रा भी मौजूद रहे। साथ ही स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार, केंद्रीय विद्यालय संगठन की आयुक्त निधि पांडे और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
छात्रों की उपलब्धियों का जश्न
जयंत चौधरी ने अपने संबोधन में छात्र-एथलीटों की उपलब्धियों को सराहा और अभिनव बिंद्रा की प्रेरणादायक उपस्थिति के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा, “खेल के चैंपियन केवल मैदान पर नहीं बनते, इसके लिए मानसिकता, अनुशासन और सही दृष्टिकोण का होना आवश्यक है।” उन्होंने नई शिक्षा नीति-2020 की ओर इशारा करते हुए कहा कि खेल शिक्षा और आजीवन सीखने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
अभिनव बिंद्रा का अनुभव और सीख
अभिनव बिंद्रा ने छात्रों से बातचीत करते हुए खेलों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “खेल ने मुझे जीत और हार से परे जाकर कड़ी मेहनत, निष्ठा, आत्म-सम्मान और प्रतिस्पर्धा का सम्मान करना सिखाया।” उन्होंने ओलंपिक के मूल्यों – उत्कृष्टता, सम्मान और मित्रता पर भी चर्चा की।
छात्रों और शिक्षकों की सहभागिता
कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों के 14 छात्र-एथलीटों ने अपनी प्रेरणादायक कहानियां साझा कीं। सैकड़ों छात्र और शिक्षक इस कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से जुड़े। वर्चुअल रूप से जुड़े छात्रों ने अभिनव बिंद्रा से सवाल पूछे, जिनका उन्होंने गहनता से उत्तर दिया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन
संजय कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख घटकों को लागू करने में केंद्रीय और नवोदय विद्यालय अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए इन प्रयासों को और सशक्त बनाया जाएगा।
छात्रों के प्रयासों की सराहना
कार्यक्रम के अंत में जयंत चौधरी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने छात्रों के प्रयासों और उपलब्धियों को सराहा। उन्होंने खेल और शिक्षा के संतुलन को बनाए रखने के लिए उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा की और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।