उत्तराखंड

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आज खटीमा गोलीकांड में पीड़ित परिवारों से की मुलाकात

खटीमा: चुनावी रंजिश में 12 दबंगों ने एक परिवार को जमकर पीटा, ग्रामीणों ने खटीमा-पीलीभीत मार्ग पर लगाया जाम, राकेश टिकैत भी पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पुलिस चौकी सत्रहमील पहुंचकर चुनावी रंजिश से पीड़ित हरप्रीत के परिवार से मुलाकात की। कहा कि हर हाल में न्याय मिलेगा। यदि पुलिस हीलाहवाली करती है तो इसकी जानकारी भाकियू जिलाध्यक्ष गुरसेवक सिंह को दे। किसान यहीं टेंट लगाएंगे। चुनावी रंजिश में मझोला के एक घर में घुसकर करीब 12 दबंगों ने एक परिवार को जमकर पीटा।

पीड़ित पुलिस चौकी पहुंचा तो वहां भी उसके साथ मारपीट की गई। दबंगों ने पुलिस की मौजूदगी में तमंचे से फायर झोंक दिए। इससे ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने पुलिस पर दबंगों को शह देने का आरोप लगाते हुए खटीमा-पीलीभीत मार्ग पर साढ़े चार घंटे तक जाम लगा दिया। पुलिस ने जाम लगाने वालों को बलपूर्वक हटाया। इस बीच मौके पर पहुंचे भाकियू नेता राकेश टिकैत ने पुलिस अफसरों से बात कर कार्रवाई की मांग की। चौकी प्रभारी सत्रहमील को सौंपी नामजद तहरीर में मझोला ग्राम निवासी हरप्रीत सिंह ने कहा कि मतदान से एक दिन पहले 13 फरवरी को एक राजनीतिक दल के करीब 12 कार्यकर्ता वनगवां गांव पहुंचे। चुनाव प्रभावित करने के उद्देश्य से वे शराब, नकदी आदि बांटने लगे।

इसका विरोध करने पर भी वे नहीं माने। इनकी वीडियोग्राफी करने पर सभी लोग चुनाव बाद देख लेने की धमकी देते हुए चले गए। हरप्रीत ने बताया कि आरोपियों ने मंगलवार को फोन कर दोपहर 12 बजे उसे पास के एक पेट्रोल पंप पर पहुंचने को कहा। उसके न जाने पर वे उसके घर आ धमके और परिजनों के साथ मारपीट करने लगे। आरोप है कि हमलावरों ने हरप्रीत के गूंगे भाई नवजीत सिंह, बहन गुललीन कौर, पिता सर्वजीत सिंह, माता दलवीर कौर की पिटाई कर दी। हरप्रीत जान बचाने के लिए भागकर पुलिस चौकी पहुंचा तो दबंग वहीं पहुंच गए और पुलिस की मौजूदगी में उसके साथ मारपीट की। हरप्रीत का आरोप है कि इस दौरान तमंचे से तीन राउंड फायर किए गए जिसमें वह बाल-बाल बच गया। एक छर्रा उसकी जांघ में लगा। आरोप लगाया कि पुलिस मारपीट की वीडियो बनाने तक ही सीमित रही। बाद में पुलिस ने उन्हें पकड़ने के बजाय मौके से खदेड़ दिया।

दबंगों की करतूत से ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने राजनैतिक दलों और भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के साथ डेढ़ बजे चौकी पर प्रदर्शन करते हुए खटीमा-पीलीभीत मार्ग जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी आरोपियों की गिरफ्तारी के बिना जाम नहीं खोलने की जिद पर अड़े रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए खटीमा के साथ ही आसपास के थानों की पुलिस बुला ली गई। एएसपी ममता बोरा, सीओ भूपेंद्र सिंह भंडारी, कोतवाल नरेश चौहान ने निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया और धरने पर बैठे लोगों को जबरन उठाया। इस बीच भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी मौके पर पहुंच गए। वह मंगलवार को पीलीभीत में थे। उन्होंने कोतवाल नरेश चौहान से इस संबंध में पूछताछ की और कहा कि पीड़ित परिवार को हर हालत में न्याय मिलना चाहिए। किसानों से संबंधित मामलों में पुलिस की सही भूमिका रहनी चाहिए। कोतवाल चौहान ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अपराधी शीघ्र गिरफ्तार होंगे। इस मामले में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी।

तमंचा लहराते हुए फरार हुए हमलावर

चौकी में हमलावरों को जब पुलिस ने दौड़ाया तो तब भी एक युवक के हाथ में तमंचा था। हमलावर कार मौके पर छोड़ गए। पुलिस ने कार जब्त कर ली। साथ ही एक युवक को हिरासत में ले लिया है।

पुलिस के खिलाफ दिखा गुस्सा

धरने के दौरान पुलिस के खिलाफ गुस्सा दिखा। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष गुरसेवक सिंह, मूलक सिंह खिंडा ने कहा कि दो दिन पहले सामान बंटते हुए पकड़ा गया था। पुलिस कार्रवाई करती तो हमलावरों के हौसले बुलंद न होते। धरना देने वालों में व्यापार मंडल अध्यक्ष अरुण सक्सेना, सरदार सेवा सिंह, दलजीत सिंह गोराया, उमेश राठौर बॉबी, रवीश भटनागर, राज किशोर सक्सेना, भजन सिंह तलवार, अरविंद कुमार, दान सिंह राणा, निर्भय शंकर यादव, विजय शंकर यादव, जसविंदर सिंह पप्पू, हरप्रीत सिंह, बल्देव सिंह, जसपाल सिंह, डॉ. सिद्धप्रकाश सक्सेना, जगजीत सिंह जग्गू आदि थे।

छह लोगों पर केस दर्ज

पुलिस ने हरप्रीत सिंह की तहरीर पर ग्राम सरपुड़ा निवासी सोनू लहोरिया, मझोला निवासी विशाल पटेल, भगचुरी निवासी अजय मौर्य, ग्राम हल्दी निवासी गुरप्रीत खिंडा, मझोला निवासी राहुल पटेल और चंदेली निवासी रोशन बाठ के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

जिला पंचायत सदस्य ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगाया हमला करने एवं कार तोड़ने का आरोप।

जिला पंचायत सदस्य अरविंद कुमार ने 13 फरवरी रात्रि में उसके साथ की गई मारपीट की तहरीर पर एफआईआर दर्ज नहीं करने पर चिंता व्यक्त की है। जिपंस कुमार ने मझोला निवासी हरप्रीत के साथ दबंगों द्वारा किए गए जान लेवा हमले पर चिंता व्यक्त की है और कहा कि यहां गुंडा राज कायम है। पुलिस कार्रवाई करने से कतराती है। जिपंस कुमार ने कहा कि उसके साथ 13 फरवरी रात्रि में घर जाते समय भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला किया और उसकी कार संख्या UK06AW-8283 में तोड़फोड़ की नामदज तहरीर पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पुलिस चौकी सत्रहमील पहुंचकर चुनावी रंजिश से पीड़ित हरप्रीत के परिवार से मुलाकात की। कहा कि हर हाल में न्याय मिलेगा। यदि पुलिस हीलाहवाली करती है तो इसकी जानकारी भाकियू जिलाध्यक्ष गुरसेवक सिंह को दे। किसान यहीं टेंट लगाएंगे।

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