राज्य के सुदूर इलाकों में अब वैक्सीन की आपूर्ति के लिए ड्रोन की ली जाएगी मदद
देहरादून: दुनियाभर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। भारत में अभी ऐसी स्थिति नहीं है, पर सरकारी तंत्र सतर्क हो गया है। कोविड अनुरूप व्यवहार के साथ ही सतर्कता खुराक की कवरेज बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है। इसी क्रम में अब एक नई पहल की गई है। राज्य के सुदूर इलाकों में वैक्सीन की आपूर्ति के लिए ड्रोन की मदद ली जाएगी। आगामी 14 जनवरी को प्रयोग के तौर पर दून से उत्तरकाशी वैक्सीन की पहली खेप भेजी जाएगी। इन्फार्मेशन टेक्नोलाजी डेवलपमेंट एजेंसी(आइटीडीए) के निदेशक अमित सिन्हा ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में ड्रोन खासे मददगार साबित हो सकते हैं। सुदूर क्षेत्रों में सहजता से प्र्राथमिक स्वाथ्य सेवाओं का लाभ दिया जा सकता है। देहरादून से उत्तरकाशी की सड़क मार्ग से दूरी करीब 150 किलोमीटर है। यहां पहुंचने में कम से कम पांच से छह घंटे का समय लगता है।
ड्रोन की मदद से समय में कटौती की जा सकती है। हाल ही में उत्तरकाशी से दून एक घंटे में ब्लड सैंपल पहुंचाया गया। अब 14 जनवरी को दून से उत्तरकाशी ड्रोन की मदद से कोविड-वैक्सीन भेजी जाएगी। छह किलो वजनी यह पैकेट एक घंटे में उत्तरकाशी पहुंचाया जाएगा। यदि यह प्रयोग सफल रहा तो राज्य सरकार प्रदेशभर के दूरस्थ क्षेत्रों में ड्रोन की मदद से वैक्सीन पहुंचाएगी।