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30 जून को विशाल स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन

देहरादून:- सामाजिक संगठन विचार एक नई सोच और पीआरएसआई देहरादून चौप्टर सहित 8 अन्य संस्थाओं के सहयोग से रविवार 30 जून को एक विशाल स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। रक्तदान शिविर में एकत्रित रक्त को दून मेडिकल कालेज को दिया जाएगा। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने कहा कि यह रक्त अस्पताल में जरूरतमंद मरीजों के साथ ही गरीब मरीजों को निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा।

रक्तदान शिविर हरिद्वार बाईपास रोड, मोथरोवाला चौक स्थित अमोलाज रेस्टोरेंट परिसर में सुबह 10 बजे से आयोजित किया जा रहा है। विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन के सचिव राकेश बिजल्वाण ने बताया कि शिविर में 300 यूनिट रक्त एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है।

रक्तदान शिविर की सहयोगी संस्था पीआरएसआई देहरादून चौप्टर के अध्यक्ष रबि बिजारनिया ने कहा कि रक्तदान महादान है। एक यूनिट रक्त से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक शोध के अनुसार रक्तदान करने से हार्ट अटैक की आशंका 80 प्रतिशत कम हो जाती है।

उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के संयोजक अरूण शर्मा ने कहा रक्तदान शिविर में रक्तदान से शरीर में किसी भी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती है। उन्होंने अपील की कि हर स्वस्थ व्यक्ति को वर्ष भर में दो से चार बार रक्तदान करना चाहिए। शिविर में रक्तदान करने वालों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया जायेगा।

विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन के संरक्षक डॉ एसडी जोशी ने कहा रक्तदान के लिए व्यक्ति को स्वस्थ होना चाहिए। इसके अलावा कैंसर, टीबी, एचआईवी या अन्य गंभीर बीमारी होने पर भी रक्तदान नहीं कर सकते। रक्तदान के लिए महिला में 12.5 और पुरुषों में 13.5 हीमोग्लोबिन होना जरूरी है। इससे कम हीमोग्लोबिन होने पर व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकता।

विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन के संरक्षक मनोज इष्टवाल ने बताया ब्लड बैंक के आंकड़ों के मुताबिक प्रतिदिन औसत 300 यूनिट खून की जरूरत होती है। लेकिन गर्मी में ब्लड बैंकों में स्टॉक की कमी आ जाती है। इसके लिए स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाता है। इसमें रक्तदान करके आप भी अपनी सहभागिता निभा सकते हैं।

एडवोकेट ललित जोशी जोशी ने कहा प्रत्येक स्वस्थ्य व्यक्ति को रक्तदान जरूर करना चाहिए। उन्होंने कहा वह हर साल रक्तदान करते हैं। उन्होंने कहा कि शिविर में इस बार कई युवा पहली बार रक्तदान करेंगे। उन्होंने अपील की है कि 18 से 65 वर्ष तक आयु वर्ग का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है।

रंत रैबार संस्था के अमित अमोली ने बताया रक्तदान के साथ ही संस्था हर साल उल्लेखनीय कार्य करने वाले डॉक्टरों को भी नेशनल डॉक्टर्स डे पर सम्मानित करती है। यह सम्मान स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय कार्य करने वाले डॉक्टरों को प्रदान किया जाता है। कोरोना काल में भी संस्था ने मरीजों को ऑनलाइन कंसलटेंसी, सेनेटाइजर, दवाएं और आक्सीमीटर आदि उपकरण उपलब्ध कराए। इसके अलावा संस्था समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को निशुल्क स्कूली और उच्च शिक्षा भी उपलब्ध करा रही है।

आकाश शिक्षा व सांस्कृतिक विकास समिति के घनश्याम जोशी ने बताया कि रक्तदान शिविर में विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन के अलावा रंत रैबार संस्था, उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन, आकाश शिक्षा एवं सांस्कृतिक विकास समिति, कलर्ड चौकर्स फिल्म एंड इंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, सीआईएमएस और यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कालेज और उत्तरजन टुडे परिवार भी सहयोग कर रही है।

10 साल से सामाजिक कार्यों में जुटी है संस्था

विनोद रावत ने बताया कि सामाजिक संगठन विचार एक नई सोच पिछले 10 वर्षों से शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रही है। संगठन ने अब तक प्रदेश के सात जिलों में 50 से अधिक मेडिकल कैंप आयोजित किये हैं। इन कैंप में मरीजों को निशुल्क परामर्श, जांच और दवाएं उपलब्ध कराई जाती है। अधिकांश शिविर पहाड़ के सुदूर गांवों में आयोजित किये जाते हैं।

अध्यक्ष अरूण चमोली ने कहा हाल में संस्था ने चमोली जिले के सुदूर गांव घेस में हैल्थ कैंप का आयोजन किया। इसके अलावा संस्था हर साल दिव्यांगों को व्हील चेयर, कैलीपर समेत जरूरत के उपकरण भी निशुल्क उपलब्ध कराती है।

जय प्रकाश अमोला ने कहा संस्था हर साल रक्तदान शिविर का आयोजन भी करती है। इसमें 300 से भी अधिक यूनिट रक्त एकत्रित किया जाता है। यह शिविर दून मेडिकल कालेज के सहयोग से आयोजित किया जाता है।

रक्तदान के लिए हमसे जुड़े

जगमोहन मोर्य ने बताया कि विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन पूरे वर्ष के दौरान जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए तत्पर रहता है। जरूरतमंद गरीब मरीजों को रक्त उपलब्ध कराने के लिए हमने एक वाट्सएप ग्रुप बनाया है। इसका नंबर 8859910002 है। आप रक्तदान या जरूरतमंद की मदद के लिए इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।

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