उत्तराखंड

पेड़ बचाओ अभियान: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के निर्माण में 11 हजार पेड़ों की बलि चढ़ेगी

देहरादून: विकास के नाम पर प्रकृति हमेशा छेड़छाड़ की गयी। जिसके परिणाम भी वक्त-वक्त पर मिलते रहे है और भुगते भी है। पर्यावरण हमेशा विकास की भेंट चढ़ा है। बता दें की दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के निर्माण में 11 हजार पेड़ों की बलि चढ़ेगी। संयुक्त नागरिक संगठन के पदाधिकारियों ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए यह बात कही। चारधाम परियोजना के लिए लगातार कट रहे जंगलों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने हाईपावर कमेटी गठित की गई थी, जिसके अध्यक्ष रवि चोपड़ा ने इसी साल फरवरी में इस्तीफा दे दिया था।

उन्होंने ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के निर्माण में लगातार पर्यावरण को पहुंचाए जा रहे नुकसान के विरोध में ऐसा किया था। रविवार को संयुक्त नागरिक संगठन के बैनर तले विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने खासतौर पर युवाओं ने आशारोड़ी में प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग दिल्ली का सफर करने के लिए हाल ही में निर्मित हरिद्वार एक्सप्रेसवे का निर्माण करते हैं। ऐसे में यात्रा का समय घटाने के नाम पर 11 हजार पेड़ों के कत्ल की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

रवि चोपड़ा ने आरोप लगाया कि केंद्रीय सड़क परिवहन को लेकर कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी को सही जानकारी नहीं दी जा रही है। चोपड़ा ने जरूरत से ज्यादा चौड़ी सड़कों का निर्माण किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पहाड़ का कटान किया जा रहा है, उससे आने वाले समय में भीषण तबाही हो सकती है।

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