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टाटा संस ने सोमवार को इल्कर अइसी को बनाया एयर इंडिया का सीईओ और एमडी

नई दिल्ली: टाटा संस ने सोमवार को तुर्की एयरलाइंस के पूर्व अध्यक्ष इल्कर अइसी को एयर इंडिया का मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक नियुक्त किया। टाटा संस ने एक विज्ञप्ति में कहा, बोर्ड ने उचित विचार-विमर्श के बाद एयर इंडिया के सीईओ और एमडी के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दी। यह नियुक्ति अपेक्षित नियामक अनुमोदन के अधीन है।

आइसी की नियुक्ति पर, टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने कहा, “इल्कर एक विमानन उद्योग के लीडर हैं जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान तुर्की एयरलाइंस को उसकी वर्तमान सफलता के लिए नेतृत्व किया। हमें टाटा समूह में इल्कर का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है जहां वह एयर इंडिया को नए युग में ले जाएंगे।” विज्ञप्ति में कहा गया है, “एयर इंडिया बोर्ड ने आइसी की उम्मीदवारी पर विचार करने के लिए बैठक की थी। टाटा संस के अध्यक्ष चंद्रशेखरन इस बोर्ड बैठक में विशेष आमंत्रित थे।”

कौन हैं इल्कर अइसी?

इल्कर अइसी एक तुर्की बिजनेसमैन हैं। अइसी 1994 में तुर्की के वर्तमान राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोआन के सलाहकार थे। इसके अलावा उन्होंने 2015 से 2022 तक तुर्की एयरलाइंस के अध्यक्ष के रूप में काम किया। इल्कर अइसी ने इस्तांबुल महानगर पालिका में कई पदों पर भी काम किया है। उन्होंने 2005 से 2011 तक कई बीमा कंपनियों के सीईओ के रूप में भी कार्य किया। जनवरी 2011 में, उन्हें तुर्की के प्रधान मंत्रालय निवेश सहायता और संवर्धन एजेंसी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।

अइसी के सामने हैं तमाम चुनौतियां

सालों से नुकसान कमा रही एयर इंडिया की एक खराब छवि बन चुकी है कि ये देरी से चलती है और साथ ही खराब सेवा देती है। वर्तमान में भारतीय एयरलाइन का करीब 57 फीसदी मार्केट शेयर इंडिगो के पास है। ऐसे में कॉम्पटीशन से निपटने के लिए अइसी को टाटा ग्रुप के साथ मिलकर नई स्ट्रेटेजी बनानी होगी। एयर इंडिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती ग्रुप के लिए एक नया ‘विजन, मिशन और स्ट्रैटजी’ बनाने की है। यह अलग मॉडल, डबलिंग रूट्स में कटौती, सर्विसेज और मार्केट्स और विभिन्न ग्रुप्स के कर्मचारियों की हैंडलिंग के साथ एक नए एयरलाइन सिस्टम को डिफाइन करेगा। साथ ही अइसी के सामने ये भी चुनौती रहगी कि वो ‘एयर इंडिया’ के घाटे को खत्म करने में टाटा ग्रुप की मदद करेंगे ताकि भविष्य में एयर इंडिया से टाटा ग्रुप को फायदा हो सके। एयर इंडिया में 2012 में करीब 27 हजार कर्मचारी थी, जिनकी संख्या अब घटकर 13,500 के करीब आ गई है।

इल्कर अइसी ने क्या कहा?

इल्कर अइसी ने कहा, “मैं आइकॉनिक एयरलाइंस को लीड करने और टाटा ग्रुप से जुड़ने के लिए काफी खुश हूं। हम एयर इंडिया की मजबूत विरासत का उपयोग करेंगे और दुनिया में इसे बेस्ट एयरलाइंस बनाने की कोशिश करेंगे।”

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