उत्तराखंडक्राइमदेहरादून

प्रतिबन्धित दवाओं को उपलब्ध कराने वाला दवाओं का मुख्य सप्लायर गिरफ्तार, सी0एफ0 ए0 की आड में करता था अवैध सप्लाई

देहरादून:- प्रेमनगर पुलिस टीम द्वारा दिनांक 06-07/5/2023 की रात्रि में मुखबिर की सूचना पर सुद्दोवाला चौक के निकट वंश मेडिकल स्टोर पर दबिश देकर मेडिकल स्टोर संचालक व उसके सगे भाई को कैमिस्ट की दुकान की आढ मे प्रतिबन्धित नशीली दवाओं को बेचते हुये 67848 कैप्सूलो व टैबलेट के साथ पकडा था जिनके द्वारा बरामद माल को देहरादून निवासी इन्द्रप्रीत सिंह नाम के मेडिकल सप्लायर से खरीदना बताया था।

09-05-23 की प्रातः में अभियुक्त इन्द्रप्रीत सिंह पुत्र स्व0 श्री प्रताप सिंह नि0 65/4 रेसकोर्स देहरादून को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार अभि0 इन्द्रप्रीत सिंह पुत्र स्व0 श्री प्रताप सिंह नि0 65/4 रेसकोर्स देहरादून ने पूछताछ में बताया की उसकी सुपर मेडिकल सप्लायर के नाम से अजबपुर चौक के पास मेडिकल स्टोर है जिसे वह पिछले 03 वर्षों से संचालित कर रहा है। कृष्ण कुमार पुत्र रमेश चन्द्र नि0 76 बल्लूपुर फ्रैण्डस कालोनी देहरादून से उसकी मुलाकात करीब 0 माह पूर्व हुयी थी।

उक्त कृष्ण कुमार द्वारा इन्द्रप्रीत को यह प्रलोभन दिया गया कि यदि वह उसे ट्रामाडौल कैप्सूल के 1000 डिब्बे (144000 कैप्सूल) की सप्लाई देगा तो वह वर्तमान में व आने वाले समय में अपनी मेडिकल स्टोर के लिये दवाईयां हमेशा उसी के स्टोर से खरीदेगा चूंकि इन्द्रप्रीत सिंह द्वारा विभिन्न बैंको , फाईनेन्स कम्पनी तथा मार्केट से करीब 70 लाख रु0 का लोन लिया हुआ था।

अतः उक्त लोनो की किश्तों को चुकाने व मुनाफा कमाने के लिये इन्द्रप्रीत ने कृष्ण कुमार द्वारा दिये प्रलोभन को स्वीकार कर लिया तथा फरवरी माह में बद्दी हिमाचल प्रदेश की एन0फार्मा मेडिकल कम्पनी को 01 हजार ट्रामाडौल कैप्सूल का आर्डर दिया , जिसपर कम्पनी द्वारा मात्रा अधिक होने पर करीब 02 माह बाद इन्द्रप्रीत सिंह को 800 डिब्बों का आर्डर दि0 05-05-2023 को देहरादून पहुंचाया गया जिसे इन्द्रप्रीत सिंह द्वारा दि0 05-05-2023 को ही 700 डिब्बे ट्रामाडौल के (100800 कैप्सूल) कृष्ण कुमार को सप्लाई कर दिये गये , जबकि नारकोटिक्स दवाओं के लाईसेन्स की शर्तों के अनुसार वह कृष्ण कुमार को 01 भी कैप्सूल नही दे सकता था क्यूंकि कृष्ण कुमार के पास नारकोटिक्स दवाओं को बेचने का लाईसेन्स नही था, किन्तु लालच में आकर नियम व शर्तों को दरकिनार करते हुये इन्द्रप्रीत सिंह द्वारा यह गैरकानूनी कार्य किया गया।

इसके पश्चात जब दिनांक 07-05-2023 को इन्द्रप्रीत को कृष्ण कुमार व उसके भाई विनय कुमार के ट्रामाडौल कैप्सूलों की बडी खेप के साथ पकडे जाने की जानकारी मिली तो आनन फानन में इन्द्रप्रीत द्वारा कृष्ण कुमार के नाम पर सप्लाई का फर्जी बिल बनाया गया , ताकि पुलिस व ड्रग विभाग को गुमराह कर सके।

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