बैंक खाते सील: कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर लगाया तानाशाही का आरोप
नई दिल्ली: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पार्टी के एक बैंक खाते को सील लिया गया है। ऐसा केंद्रीय एजेंसियों ने किया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ऐसा बीजेपी के इशारे पर किया गया है। इसे लेकर कांग्रेस हमलावर है, वहीं बीजेपी ने पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि कांग्रेस को सिर्फ आरोप लगाना आता है। चुनाव के बाद उनके पास ये भी काम नहीं रहेगा। कांग्रेस के नेता छुट्टी मनाने जा सकते हैं।
अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा के इशारे पर केंद्रीय एजेंसियों ने कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को सील कर दिया है। चुनावी बॉन्ड घोटाला कर अपने बैंक खातों को भरने वाली भाजपा का डर जब कांग्रेस के नेताओं को ‘तोड़कर’ भी खत्म नहीं हुआ तो कांग्रेस पार्टी की गतिविधियों को रोकने के लिए ऐसा तुच्छ कदम उठाया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी भाजपा की तरह सिर्फ धनबल से नहीं चलती है। ये बैंक खाते तो न्यायिक प्रक्रिया से रिकवर हो ही जाएंगे परन्तु भाजपा का अलोकतांत्रिक चेहरा और पूरे देश में एक ही पार्टी का शासन रखने की फासीवादी सोच अब पूरी तरह उजागर होती जा रही है।’’
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘देश की जनता को समझना चाहिए जब भाजपा की गलत नीतियों का विरोध करने पर सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के साथ इस तरह की गैर-कानूनी गतिविधियां की जा सकती हैं तो ये तानाशाही सोच वाली सरकार आम लोगों के साथ किस प्रकार का व्यवहार कर सकती है?’’ उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने शुक्रवार को दावा किया कि आयकर विभाग ने उसके प्रमुख बैंक खाते फ्रीज कर दिए, हालांकि बाद में आयकर अपीलीय अधिकरण ने अगले सप्ताह सुनवाई होने तक उसके खातों पर से रोक हटा दी।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कमीशनखोरी से पार्टी फंड भाजपा भरे, असंवैधानिक तरीके से धन भाजपा बटोरे और बैंक खाते कांग्रेस के फ्रीज करे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश में ना लोकतंत्र सुरक्षित है और ना ही संवैधानिक व्यवस्था!’’
डोटासरा ने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने कल ही राजनीतिक चंदे के रूप में भाजपा की काली कमाई वाले चुनावी बॉन्ड को असंवैधानिक करार दिया और आज अहंकारी तानाशाह ने लोकतंत्र को कुचलकर राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से देश के सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज कर दिए।’’ उन्होंने कहा ‘‘इस तानाशाही का हम सड़क से सदन तक पुरज़ोर विरोध करेंगे।’’