उत्तराखंड

उत्तरकाशी जिले में चारधाम यात्रा मार्गों पर जाम से निजात पाने के लिए वन वे ट्रैफिक सिस्टम लागू

देहरादून: उत्तरकाशी जिले में चारधाम यात्रा मार्गों पर जाम से निजात पाने के लिए वन वे ट्रैफिक सिस्टम लागू किया गया है। यह सिस्टम यात्रा मार्ग पर उन जगहों पर लागू किया जाएगा जहां रास्ता संकरा है। इस सिस्टम के लागू होने से जहां यात्रा मार्गों पर दोनों ओर वाहनों की कतार लगने से निजात मिलेगी वहीं यातायात भी सुचारु रुप से चालू रहेगा।
बीते दो साल बाद बिना बंदिशों के शुरू हुई चारधाम यात्रा के लिए रोजाना हजारों तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। ऐसे में यात्रा मार्गों पर तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसे ध्यान में रखते हुए वन वे सिस्टम लागू किया गया है। इस सिस्टम को लागू करने का प्रमुख उद्देश्य यह है कि यात्रा मार्ग पर वाहनों की कतार न लग सके। इससे यात्री भी बिना जाम के कम समय में यात्रा पूरा कर रहे हैं। जाम नहीं लगने से यात्रा मार्गों पर साफकृसफाई भी देखी जा रही है। क्योंकि जाम नहीं लगने से यात्री अपने गंतव्य की ओर सीधे रवाना हो रहे हैं। इस पूरे सिस्टम को उत्तरकाशी जिले के यातायात विभाग द्वारा लागू किया गया है।

वाहन हुआ खराब तो मिली वैकल्पिक वाहन की सुविधा

चारधाम यात्रा पर आए 40 तीर्थयात्रियों की एक बस पौड़ी गढ़वाल पर खराब हो गई। जिस पर पर्यटन पुलिस की ओर से उन्हें 05 वाहनों की वैकल्पिक व्यवस्था कर उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाया। पर्यटन पुलिस के कार्यों की सराहना करते हुए यात्रियों ने कहा कि वाहनों की वैकल्पिक व्यवस्था से उनकी समस्या का आसानी से समाधान हो गया। दरअसल पौड़ी गढ़वाल जिले के पुलिस चौकी श्रीकोट को सूचना मिली की एक बस खराब हो गई है जिसमें सवार यात्री काफी समय से परेशान हैं। चौकी श्रीकोट पुलिसकर्मियों द्वारा मौके पर पहुंचकर वैकल्पिक वाहन की व्यवस्था की गई।

वृद्ध यात्री को उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया

श्री हेमकुंड साहिब से घांघरिया लौट रहे यात्री मंजीत सिंह पुत्र गोपाल सिंह उम्र 68 वर्ष, निवासी लुधियाना की रास्ते में तबियत खराब हो गई। घांघरिया में नियुक्त पुलिस बल एवं एसडीआरएफ द्वारा उक्त वृद्ध यात्री को रेस्क्यू कर उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया गया। उधर राडी टॉप स्थान पर ढाबे पर छूटे पर्स जिसमें नगदी के साथ अन्य दस्तावेज थे को श्रद्धालु को खोजकर उसके सुपुर्द किया गया। गंगोत्री धाम की यात्रा पर महिला श्रद्धालु की चौन खो गई। आपदा स्वयंसेवक राजेश रावत द्वारा महिला कुंड के पास खोजबीन कर वापस यात्री को लौटाया गया। श्रद्धालुओं द्वारा चारधाम यात्रा से जुड़े कर्मियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

अपनत्व अभियान से यात्रियों को हो रही है सुविधा

रुद्रप्रयाग में चारधाम यात्रा पर आये श्रद्धालुओं की मदद हेतु मिशन अपनत्व अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के जरिए बिछुड़े हुए श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलवाये जाने, बुजुर्ग, बीमार व असहाय श्रद्धालुओं को सहारा देकर मंदिर दर्शन कराए जाने, खोए हुए सामान को ढूढ़कर लोगों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है।

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