तिरंगा यात्रा निकाल प्रधानमंत्री से लगाई गुहार बिपिन रावत के पैतृक गांव तक सड़क और स्मारक जल्द बने
कोटद्वार:- देश के पहले चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के पैतृक गांव में सड़क पहुंचाने को लेकर दिल्ली के कादीपुर से उत्तराखंड उनके गांव सैणा तक तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस यात्रा का मकसद स्व बिपिन रावत के गांव तक सड़क का निर्माण सड़क का काम पूरा करवाना था। इस दौरान दिल्ली से इस यात्रा में रास्ते में व्यक्तियों को राष्ट्रध्वज वितरित किए गए साथ ही कई जगह यात्रा का स्वागत भी किया गया।
शनिवार 13 अगस्त सुबह गांव कादीपुर से आरंभ होकर अलीपुर शहीद स्मारक, शाहदरा,उत्तर प्रदेश के मोदीनगर,मेरठ,बिजनौर और उत्तराखंड के कोटद्वारा, दुगड्डा, बिरमोली से होते हुए जनरल विपिन रावत के पैतृक गांव सैण तक सड़क बनाने की मांग को लेकर पहुंची। यात्रा का स्वागत विपिन रावत के चाचा भरत सिंह रावत द्वारा किया गया. यात्रा के संयोजक समाजसेवी हरपाल सिंह राणा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख मांग की है, कि उनकी पहली पुण्यतिथि आठ दिसंबर तक उनके गांव में सड़क पहुंचाई जाए, जिसमे उनके पैतृक गांव में उनका एक स्मारक भी बनाया जाये, ताकि देश में सेना के प्रति गौरवान्वित महसूस करे और उनसे आने वाली पीढ़ी प्रेरणा ले देश की सेवा को आगे आएं। आपको बता दें कि इस बाबत 11 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में राणा ने इस विषय को उठाया था।
जिसके बाद 25 जुलाई 2022 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के जवाब में 27 जुलाई को बताया गया है कि जनपद पौड़ी गढ़वाल के विधान सभा क्षेत्र यमकेश्वर के विकासखण्ड द्वारीखाल के अन्तर्गत काण्डाखाल-चैलूसैण मार्ग से स्व विपिन रावत के गांव सैणा तक मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य की 1.15 किमी की स्वीकृति मिल गई है। जिसकी लागत 22 लाख है। पीडब्ल्यूडी विभाग बिमरोलीखाल ने सड़क का काम शुरू कर दिया है। जिसमे वर्तमान में पहाड़ कटान का कार्य प्रगति पर है। समाजसेवी हरपाल राणा ने बताया कि दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चाचा ने बात-चित में कहा कि इस निर्माण को लेकर खुश हैं. उन्होंने आगे कहा कि इस सड़क से क्षेत्र में रहने वाले कई ग्रामीणों को मदद मिलेगी और उनके भतीजे बिपिन रावत का सपना हकीकत होगा। यात्रा में सीमा राणा, देव राज मलिक, कारगिल विजेता सतबीर राणा, कर्नल मलिक और उनकी पत्नी, संदीप और प्रवीण त्यागी आदि शामिल रहे।