अब विद्यालयों में दी जाएगी सड़क सुरक्षा की जानकारी
देहरादून: उत्तराखण्ड के प्राथमिक विद्यालयोें में बच्चों को सड़क सुरक्षा से संबंधित जानकारी दी जायेगी। एस.सी.ई.आर.टी. उत्तराखण्ड, देहरादून द्वारा इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है। प्रथम चरण में सड़क सुरक्षा के विभिन्न पक्षों पर प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किया जा रहा है। इसके बाद शिक्षकों के लिए चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण चलाये जायेंगे। इस संबंध मेें एस.सी.ई.आर.टी. उत्तराखण्ड, देहरादून में दिनांक 24 से 27 जुलाई, 2023 को मॉड्यूल निर्माण कार्यशाला चलाई गयी। कार्यशाला में उपस्थित विशेषज्ञों द्वारा यातायात के नियम सड़क संकेतक सड़क सुरक्षा का महत्व और आवश्यकता तथा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुकता जैसे विषयों पर रोलप्ले, नाटक, गीत, चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से गतिविधियां तैयार की जा रही है।
समापन सत्र में विशेषज्ञ के रुप में आर.टी.ओ. देहरादून शैलेश तिवारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सड़क का उपयोग करने वाले सभी लोगों को सड़क पर पैदल चलने के नियमों की जानकारी का होना जरुरी है। इसके अलावा चार पहिया और दो पहिया वाहन चलाने वाले लोगों को भी इन नियमों की जानकारी होनी चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को सड़क के संकेतकों के हिसाब से वाहन चलाते समय ध्यान रखने वाली बातों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। उपनिदेशक एस.सी.ई.आर.टी. उत्तराखण्ड आशा रानी पैन्यूली ने कहा कि बच्चों को प्रारंभ से ही सड़क सुरक्षा की जानकारी दी जानी चाहिए। इससे उनमें सड़क सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता का विकास होगा।
सड़क सुरक्षा राज्य समन्वयक विनय थपलियाल तथा सह समन्वयक अखिलेश डोभाल ने बताया कि कार्यशाला में तैयार मॉड्यूल के आधार पर 01 से 08 तक शिक्षण करने वाले शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण चलाया जायेगा। प्रथम चरण में इसके लिए राज्य स्तर पर मास्टर टेªनर बनाये जायेंगे। कार्यशाला में विशेषज्ञ के रुप में मधुबाला रावत, डॉ. उमेश चमोला, सुनील भट्ट, रेनु चौहान, मनोज कुमार महार, दिनेश रावत, मनोधर नैनवाल, दीपिका पंवार, ऋतु कुकरेती, रीना डोभाल, रश्मि पोखरियाल, ने भाग लिया। सड़क सुरक्षा के बारे में बच्चोें को प्रारंभ से ही जानकारी दी जानी चाहिए। इससे उनमें सड़क सुरक्षा के प्रति संवदेनशीलता का विकास होगा।