उत्तराखंड

दीपावली पर बिना छुट्टी काम करने वाले रोडवेज कर्मचारियों को दिया जाएगा पुरस्कार

देहरादून: परिवहन निगम में दीपावली के त्योहारी सीजन के अंतर्गत बिना छुट्टी काम करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहन योजना में नकद राशि इनाम में दी जाएगी। इसमें चालक और परिचालकों को निर्धारित किमी पूरे करने होंगे। प्रोत्साहन की योजना 20 से 31 अक्टूबर तक यानी कुल 11 दिन लागू रहेगी। दीपावली पर बड़ी संख्या में रोडवेज चालक व परिचालक छुट्टी पर रहते हैं। कई बार चालक व परिचालक एक-एक हफ्ते तक भी डयूटी पर नहीं आते। ऐसे में रोडवेज ने अपने कर्मियों को डयूटी पर लाने व बसों के सुचारू संचालन के लिए प्रोत्साहन राशि देने का फैसला लिया गया है। रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन की ओर से मंगलवार को जारी आदेश में बताया गया कि उक्त 11 दिन में कर्मचारियों को एक छुट्टी मिलेगी। इसमें मैदानी मार्गों पर चालक एवं परिचालक को इन 10 दिन में 2750 किमी की डयूटी करनी होगी।

एक-एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि

वहीं, पर्वतीय व मैदानी मिश्रित मार्ग पर निर्धारित 2200 किमी, जबकि पर्वतीय मार्ग पर 1980 किमी बस संचालन करना होगा। निर्धारित किमी पूरे करने पर चालक और परिचालक को एक-एक हजार रुपये की धनराशि प्रोत्साहन में मिलेगी। रोडवेज प्रबंधन ने किमी की बाध्यता से अलग 11 दिन बस संचालन की ड्यूटी करने पर भी एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह योजना कार्यशाला, तकनीकी कर्मियों पर भी लागू रहेगी। प्रोत्साहन योजना के 11 दिनों में कार्यशाला के तकनीकी कर्मियों को पूरे 11 दिन ड्यूटी करने पर 600 रुपये एवं बाह्य स्त्रोत के कर्मियों को 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। संचालन में सीधे तौर पर जुड़े डीजल, बैग, चेकिंग, कैशियर और समयपाल को भी उक्त अवधि में पूरे 11 दिन ड्यूटी करने पर 500 रुपये इनाम मिलेगा। इसके अतिरिक्त 22, 23, 29 एवं 30 अक्टूबर को डयूटी करने वालों के लिए अलग इनाम रखा गया है।

उच्चतम आय पर मिलेगी प्रोत्साहन राशि

इन चार दिन में मैदानी मार्गों पर 1850 किमी, मिश्रित मार्गों पर 1400 व पर्वतीय मार्गों पर 1000 किमी ड्यूटी करने वाले चालक व परिचालकों को एक-एक हजार रुपये का अतिरिक्त पुरस्कार मिलेगा। त्योहारी सीजन में उच्चतम आय पर तीन डिपो के एजीएम व उपाधिकारियों को भी प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इसके साथ ही इस अवधि में प्रत्येक डिपो की आय की समीक्षा की जाएगी और सबसे कम आय देने वाले पांच-पांच चालक व परिचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान यदि किसी का साप्ताहिक अवकाश पड़ता है तो वह उसे बाद में मिलेगा।

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