दिल्ली में बीते तीन दिन में एक्टिव केसों की संख्या तीन गुना तक बढ़ गई है
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना और उसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बीते तीन दिन में एक्टिव केसों की संख्या तीन गुना तक बढ़ गई है। मगर अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने के बजाय घट गई है, इसलिए हमें कोरोना से बचाव रखना है, किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बार मरीजों में बेहद हल्के लक्षण हैं या फिर लक्षण दिखाई ही नहीं दे रहे हैं। दिल्ली में आज जितने कोविड बेड हैं उसमें 97 फीसदी खाली पड़े हैं। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने मौजूदा स्थिति को समझा है। पिछले आंकड़ों से तुलना की तो पाया है कि दिल्ली में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। मगर बहुत कम मरीज ही अस्पताल पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 29 दिसंबर को 923 कोविड मरीज आए, 30 दिसंबर को 1313 केस, 31 दिसंबर को 1707 मरीज और एक जनवरी 2796 केस आए। मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में कोरोना के रोज करीब 2,500 से 3,000 मामले आ रहे हैं। अभी दिल्ली में कोरोना के 6,360 एक्टिव केस हैं। केजरीवाल ने कहा कि आज 3100 नए मामले सामने आने की उम्मीद है।
दिल्ली सरकार हर हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। कोरोना से जो लोग बीमार हो रहे हैं उनमें से लगभग किसी को भी अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बढ़ते कोविड मामले के चलते 29 दिसंबर को एक्टिव केसों की संख्या 2000 थी जो अब बढ़कर 6000 से अधिक हो गई। यह तीन दिन में तीन गुना से अधिक बढ़ गया। मगर इसी दौरान 29 दिसंबर को अस्पताल में 265 मरीज थे, जो 31 दिसंबर को घटकर 247 रह गए हैं। इसका मतबल है कि उन मरीजों में बेहद हल्के लक्षण हैं। ज्यादातर को अस्पताल आने की जरूरत ही नहीं पड़ रही है।केजरीवाल ने कहा कि बीते अप्रैल में जब दूसरी लहर आई थी, उससे भी आज के हालात की तुलना की है। उसमें पाया कि बीते साल 27 मार्च 2021 को 6600 कोविड मरीज आए थे, तब 1150 मरीज ऑक्सीजन बेड पर थे और 145 वेंटिलेटर पर थे। उस समय 10 मौत हो रही थीं। आज की तुलना में जब एक जनवरी को 2796 मरीज आए हैं तो सिर्फ 82 मरीज ऑक्सीजन बेड पर हैं और पांच लोग वेंटिलेटर पर हैं।