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प्रधानमंत्री कर रहे गाँव जिलो के विकास की बात और वही अपनी मूलभूत सुविधाओ से वंछित रह गया ये गाँव

उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव नजदीक है इससे पूर्व गाँव जिलो के विकास की बात को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज विभिन्न जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद किया। प्रधानमंत्री ने संवाद के दौरान जिलाधिकारियों को कहा कि लोगों की सेवा करना एक सौभाग्य है और सभी लोग इसमें दिल से लगे रहें। पीएम ने कहा कि नए भारत का सपना जिलों और गांवों से ही पूरा होगा। उन्होंने कहा कि एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट (आकांक्षी जिले) बनाकर देश के कई जिलों का बहुत विकास हुआ है। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारियों के इनोवेटिव आइडियाज की भी तारीफ की। इस बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्री, गवर्नर आदि भी शामिल हुए।

पीएम ने आगे कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में जिलाधिकारियों को नए लक्ष्य रखने चाहिए, उन्होंने कहा कि वह अपने जिलों में कुपोशन, भुखमरी से लड़ाई में टाप करने का लक्ष्य रखें। उन्होंने कहा कि सरकार ने इन सभी लक्ष्यों की सूची बनाई है ताकि सभी मिलकर इसपर काम कर सकें।पीएम ने गुड गवर्नेंस का जिक्र करते हुए कहा कि जिलाधिकारियों को सभी कार्यों की ब्लाक लेवल पर मानिट्रिंग करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी जिला सरकार की योजनाओं से अच्छूता नहीं रहना चाहिए।

यूनिट के तौर पर काम का दिखा असर

पीएम ने संवाद में कहा कि जिले में जब सभी अधिकारी मिलकर एक यूनिट के तौर पर काम करते हैं तो नतीजे बेहतर आते हैं। इससे सब एक दूसरे से सीखते हैं।प्रधानमंत्री ने संवाद के दौरान कहा कि कई जिलों को पिछड़े जिलों का टैग मिला है क्योंकि उसमें काम सही ढंग से नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इन जिलों में केवल आंकडों में ही विकास हुआ है, जिसे की अब धरातल पर भी दिखना चाहिए।पीएम मोदी ने कहा कि एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट में जो काम हुए हैं वो बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों के लिए अध्ययन का विषय बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में देश के लगभग हर एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट में जन-धन खातों में 4 से 5 गुना की वृद्धि हुई है। लगभग हर परिवार को शौचालय और बिजली की सुविधा मिली है।

पानी नहीं तो वोट नही

जहाँ एक तरफ गाँव जिलो की विकास की बात की गयी। वही दूसरी तरफ उत्तराखंड के एक और गाँव ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया। खबर उत्तराखंड के उधमसिंह नगर के जसपुर की है जहाँ पूर्व विधायक ने 5 साल वादाखिलाफी की और अपने कार्यकाल में एक पानी कनेक्शन भी नहीं लगवा पाए। 5 साल पहले पानी की मांग को लेकर जनता ने पानी की टंकी की मांग उठाई थी। लेकिन 5 साल नेताओं के चक्कर काटने के बाद भी समाधान ना मिलने पर अब वहां की जनता आक्रोशित हो उठी और उन्होंने जसपुर के विधायक पर वादाखिलाफी का आरोप मढ़ा साथ ही पानी नहीं तो वोट नहीं के नारों के साथ विधानसभा चुनाव का बहिस्कार किया।

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