सहकारी समितियों के सचिवों से निबंधक ने किया वर्चुअल संवाद
देहरादून:- भारत सरकार एवं प्रदेश के सहकारिता विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु निबंधक सहकारिता आलोक पांडेय द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधानसभा क्षेत्र चंपावत एवं चमोली जनपद के सहकारी समितियों के सचिवों से वर्चुअल सीधा संवाद किया यह पहला मौका था, जब निबंधक के द्वारा जनपदों के सचिवों से सीधा संवाद किया गया हो। संवाद कार्यक्रम के दौरान चंपावत एवं चमोली जिले के सचिवों द्वारा सहकारी समितियों द्वारा मॉडल बायलॉज अंगीकृत करने की रिपोर्ट निबंधक को वर्चुअल माध्यम से दी गई। इसके साथ ही दोनों जनपदों के समितियों में सदस्यता अभियान की की रिपोर्ट दी गई। सचिवों द्वारा बताया गया सभी समितियों में इन दिनों सदस्यता अभियान बृहद स्तर पर चल रहा है यह अभियान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यम से किया जा रहा है इसके साथ ही सभी केंद्रों में जन औषधि केंद्र खोल दिए गए हैं कुछ केंद्रों में कार्य प्रगति पर है।
निबंधक सहकारी समितियां आलोक पांडेय द्वारा सचिवों को निर्देश दिए कि, समितियों की आय बढ़ाई जाए। इसको लेकर रोड मैप तैयार करें । साथ ही आधुनिकता के जमाने में सभी को आधुनिक होना बहुत आवश्यक है चंपावत जनपद की देवधुरा समिति के सचिव द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि समिति में फूलों के उत्पादन में इस वर्ष अच्छा मुनाफा हुआ है। इसके साथ ही इस समिति के द्वारा सबसे अधिक साइलेज विक्रय किया गया है और किसानों को साइलेज गांव में दिया जा रहा है।
वही चमोली जनपद की गैरसैण समिति के सचिव के द्वारा बताया गया कि इस वर्ष समिति द्वारा 250 काश्तकारों से 1800 कुंटल मोटा अनाज सीधा खरीदा गया। दोनों जनपदों के सचिवों से वार्ता करने के पश्चात निबंधक ने प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर हाल में हर किसान की आय दोगुना करनी है इसको लेकर केंद्र सरकार एवं उत्तराखंड सहकारिता विभाग द्वारा संचालित जन योजनाओं का लाभ हर किसान तक पहुंचना चाहिए इस संबंध मैं किसानों के साथ गोष्टी कर योजनाओं का खूब प्रचार प्रसार करें।
पांडेय द्वारा कहा गया कि जल्द ही वह स्वयं सभी समितियों में स्वयं स्थलीय निरीक्षण करेंगे जिन समितियों में अच्छा कार्य किया गया है और मॉडल बनकर उभरे हैं उन समितियों को स्वयं उनके द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा। इस अवसर पर संयुक्त निबंधक सहकारी समिति एम पी त्रिपाठी एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।