25 मार्च को होगा योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण
उत्तर प्रदेश:- पांच साल के सफल कार्यकाल के बाद यूपी की सत्ता में वापसी कर अपनी पार्टी खुद के लिए 37 साल पुराना मिथक तोड़कर इतिहास रचने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार का दूसरा शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को शहीद पथ स्थित इकाना स्टेडियम में होगा। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल में महिलाओं और युवाओं को खास तवज्जो मिलेगी। शपथ ग्रहण समारोह दोपहर बाद आयोजित होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्र सरकार के कई मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, संघ और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे। इकाना स्टेडियम में प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर योगी की पार्टी नेतृत्व के साथ मन्त्रणा हो चुकी है। यूपी में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को क्रमशः पर्यवेक्षक व सह पर्यवेक्षक बनाया गया। शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची को मुख्यमंत्री के गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने पर अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
योगी मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। इसके साथ ही केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। इन लाभार्थियों में महिलाओं की भी पर्याप्त भागीदारी होगी।
लाभार्थी भी होंगे समारोह में शामिल: योगी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया गया है। लखनऊ सहित आसपास के जिलों से लाभार्थियों को शपथ ग्रहण समारोह में लाया जाएगा। खासतौर पर महिला लाभार्थियों को समारोह में शामिल किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर गठित होगा मंत्रिमंडल: आगामी लोकसभा चुनाव (2024) को ध्यान में रखकर मंत्रिमंडल का गठन होगा। पुराने के साथ नए चेहरों को भी तरजीह दी जााएगी। सूत्रों के मुताबिक ज्यादातर नाम तय किए जा चुके हैं। संगठन में रहकर बेहतर काम करने वालों को अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस बार महिलाओं ने जाति-धर्म से ऊपर उठकर सुरक्षा और सुशासन के मुद्दे पर भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई है, लिहाजा मंत्रिमंडल में महिलाओं को खास तवज्जो मिलेगी। कुछ युवा और चर्चित चेहरे भी मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं।