उत्तराखंड

हरिद्वार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली, एंबुलेंस में आक्सीजन न होने के कारण युवक ने तोड़ा दम

हरिद्वार: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली किसी से छुपी नहीं है। समय-समय यहां की स्वास्थ्य सुविधाओं पोल खुलती रही है। लालढांग के बीमार एक युवक की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन केंद्र बंद था। इसके बाद युवक को परिजन सेवा 108 की एंबुलेंस हरिद्वार जिला अस्पताल ला रहे थे। एंबुलेंस में आक्सीजन नहीं होने से युवक ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

लालढांग के 45 वर्षीय जितेंद्र उपाध्याय के फेफड़े में संक्रमण था। युवक का इलाज पिछले कई दिनों से हरिद्वार में चल रहा था। परिजनों के अनुसार जितेंद्र उपाध्याय का पहले जिला अस्पताल में उपचार चल रहा था। आराम नहीं मिलने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। कुछ आराम मिलने के बाद दो दिन पहले उन्हें निजी अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। उपचार मिलने के बाद दो दिन पूर्व हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर आ गया था।

रविवार की शाम को उसकी फिर से अचानक से तबीयत बिगड़ गई। परिजन पहले उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लालढांग ले गए। यहां केंद्र रविवार अवकाश के कारण बंद मिला। इसके बाद परिजनों ने सेवा 108 को फोन कर बुलाया गया। फोन करने पर एंबुलेंस तो स्वास्थ्य केंद्र में ही खड़ी होने से तुरंत मौके पर आ गई। एंबुलेंस से जितेंद्र को हायर सेंटर ले जाने लगे। लेकिन एंबुलेंस में ऑक्सीजन न होने के कारण लालढांग से कुछ दूर कटेवड़ के पास जितेंद्र ने दम तोड़ दिया। जितेंद्र की मौत की सूचना मिलने पर परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। घर के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। ग्रामीणों ने एंबुलेंस में आक्सीजन की व्यवस्था नहीं होने पर रोष जताया।

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