उत्तराखंड

केदारनाथ धाम में करीब एक सप्ताह बाद आज खिली धूप, रोमांचित हुए श्रद्धालु

रुद्रप्रयाग: करीब एक सप्‍ताह बाद आज केदारनाथ धाम में धूप खिली तो वहां मौजूद श्रद्धालुओं को अद्भुत नजारा देखने को मिला। यहां बर्फ से ढकी ऊंची-ऊंची चोटियां सोने सी चमक उठीं। यह दृश्‍य देख श्रद्धालु रोमांचित हो उठे और इस दृश्‍य को अपने मोबाइल में कैद करने लगे।

वहीं अब केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने में करीब दो सप्‍ताह का समय शेष है। ऐसे में धाम में भक्‍तों की अपार भीड़ पहुंच रही है। भक्‍त भगवान भोलेनाथ के जयकारों के साथ केदारनाथ पहुंच रहे हैं।केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज पर्व पर 27 अक्टूबर को सुबह 8:30 बजे शीतकाल के लिए बंद होंगे। बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को दोपहर बाद 3:35 बजे शीतकाल के लिए बंद होंगे।

गंगोत्री धाम के कपाट परंपरा के अनुसार अन्नकूट पर्व पर 26 अक्टूबर को अभिजीत मुहूर्त एवं अमृत बेला में दोपहर 12 बजे बंद किए जाएंगे। वहीं, भैयादूज को ही यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद होने हैं। धाम के कपाट बंद करने का मुहूर्त सिद्धि योग एवं अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12:09 बजे तय किया गया।

सपरिवार केदारनाथ धाम पहुंचे थे मुख्यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी

पिछले दिनों मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी केदारनाथ धाम पहुंचे थे। यहां उन्‍होंने धाम में चल रहे पुर्ननिर्माण कार्यो का निरीक्षण किया। इस दौरान सीएम ने धाम में लगातार बढ़ रही यात्रियों की संख्या को देखते हुए पन्द्रह से बीस हजार तीर्थयात्रियों के रहने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री धामी केदारनाथ धाम सपरिवार पहुंचे। मंदिर में पूजा अर्चना की थे।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने श्री धर्म संस्था काशी यात्रा कमेटी तमिलनाडू, केदार सभा और श्री बद्री केदार समिति के संयुक्त तत्वावधान में मंदिर परिसर में आयोजित अनुष्ठान (यज्ञ) में आहूति देकर प्रदेश वासियों के स्वास्थ्य एवं सुख-समृद्धि की मंगल कामना की। केदार बाबा के दर्शन के बाद सीएम ने तीर्थ पुरोहितों से भी संवाद किया।

उन्होंने दर्शन के लिए पहुंचे तीर्थ यात्रियों से यात्रा मार्ग एवं मंदिर परिसर की सुविधाओं को लेकर जानकारी ली। इसके पश्चात बारिश में ही सीएम पुनर्निर्माण कार्यों के निरीक्षण करने पहुंचे। सीएम ने पुर्ननिर्माण कार्य में लगे मजदूरों से भी बाचतीत कर उनका हौसला बढ़ाया।

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