नगर पंचायत का जिम्मा यूं तो सफाई का है लेकिन जिन पर सफाई का जिम्मा हो वही गरुड़ गंगा को गंदा कर रहे हैं
बागेश्वर: नगर पंचायत गरुड़ बनने के बाद स्थानीय लोगों ने उम्मीद की की थी कि कूड़े के निपटारे की सही व्यवस्था हो पाएगी। नगर पंचायत का जिम्मा यूं तो सफाई का है लेकिन जिन पर सफाई का जिम्मा हो वही गरुड़ गंगा को गंदा कर रहे हैं। नगर पंचायत हर रोज करीब तीन डंपर कूड़ा गोलू मार्केट के पास जमा करती है। ये कूड़ा गरुड़ गंगा में गिरकर नदी को प्रदूषित करती है। स्थानीय लोगों ने जल्द समस्या का समाधान न होने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
गरुड़ को नगर पंचायत का दर्जा मिले चार माह से ज्यादा समय बीत गया है। डीएम विनीत कुमार ने नगर पंचायत के ईओ, तहसीलदार और गरुड़ के एसडीएम से कूड़ा निस्तारण केंद्र के लिए भूमि का चयन करने के संबंध में तीन माह पूर्व निर्देश दिए थे। डीएम के आदेश के बावजूद आज तक अधिकारी भूमि का चयन नहीं कर पाये है। नगर पंचायत के दस पर्यावरण मित्र हालांकि हर रोज नगर में सफाई अभियान चलाते है। कूड़ा जमा करने के लिए जगह चिह्नित न होने पर ये कूड़ा एकत्र कर डंपर से गोलू मार्केट के पास गिराने को मजबूर है। गोलू मार्केट के पास एकत्र गिराया गया कूड़ा नदी में हर रोज गिर रहा है और गरुड़ गंगा प्रदूषित हो रही है।
व्यापार संघ के अध्यक्ष लक्ष्मी दत्त पांडे, टीट बाजार व्यापार संघ के अध्यक्ष प्रेम सिंह नेगी ने पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर नगर पंचायत से शीघ्र कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाने की मांग की है। कूड़ा निस्तारण केंद्र की नगर पंचायत को अति आवश्यकता है। नगर पंचायत को पूर्व में चयनित जगह पर कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाने के पहल करनी चाहिए। कूड़ा निस्तारण केंद्र बनने के बाद कूड़ा निस्तारण की समस्या का स्थायी समाधान हो जायेगा। कूड़ा निस्तारण केंद्र की गरुड़ में अति आवश्यकता है। गोलू मार्केट के पास भारी मात्रा में कूड़ा एकत्र होने कूड़ा गोमती नदी में गिर रहा है। नगर पंचायत को अति शीघ्र कूड़ा निस्तारण केंद्र बना देना चाहिए।
महेश बोरा गोलू मार्केट गरुड़
कूड़ा निस्तारण केंद्र लिए पंचायत और प्रशासन अपने स्तर से जमीन देख रहा है। पर्यावरण मित्र वर्तमान में जिस जगह पर कूड़ा गिरा रहे है। वहां से काम आने कूड़े को कुछ लोग बीन रहे है। जिससे कूड़ा कम होते जा रहा है। कूड़ा निस्तारण केंद्र के लिए भूमि का चयन करने में नगर पंचायत को स्थानीय लोगों का सहयोग अति जरूरी है।-भूपेंद्र जोशी, ईओ नगर पंचायत