उत्तराखंड

केदारनाथ में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद रोकी गई हेली सेवा फिर से हुई सुचारु

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जांच आज बुधवार से शुरू होगी। इस दुर्घटना में पायलट व छह यात्रियों समेत सात की मौत हो गई थी। अभी दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। नागरिक उड्डयन विभाग (civil aviation department) के अपर सचिव व उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) Uttarakhand Civil Aviation Development Authority (UCADA) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि जांच के लिए डीजीसीए और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (aircraft accident investigation bureau) की टीम बुधवार को देहरादून से घटनास्थल पर जाएगी। प्रशासन की ओर से राहत व बचाव कार्य पूरे होने तक की हेली सेवा रोकी गई थी। बुधवार से हेली सेवा पहले की तरह सुचारू कर दी गई है।

डीजीसीए (DGCA) के निरीक्षण के बाद सामने आएंगे दुर्घटना के कारण

केदारनाथ में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के पीछे प्रथम दृष्ट्या खराब मौसम व बादलों का आना कारण माना जा रहा है, लेकिन इसके सही कारण महानिदेशालय नागरिक उड्डयन (डीजीसीए) की टीम के निरीक्षण के बाद ही सामने आएंगे। यह टीम प्रत्यक्षदर्शियों से बात करने के साथ ही केदारनाथ हेलीपैड पर तैनात हेली कंपनियों के प्रतिनिधियों से भी जानकारी लेगी। साथ ही दुर्घटना स्थल का निरीक्षण करेगी। अभी केदारनाथ में नौ कंपनियां हेली सेवाओं का संचालन कर रही हैं। यहां हर घंटे छह हेलीकॉप्टर को उड़ान की अनुमति हैं। केदारनाथ में हर दिन 55 से लेकर 60 बार हेलीकॉप्टर उड़ान भरते हैं।

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