मूसेवाला वाला हत्याकांड में मुख्य शूटर सौरव उर्फ महाकाल को पुणे क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा
नई दिल्ली: पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड पर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मूसेवाला हत्याकांड में मुख्य शूटर सौरव उर्फ महाकाल को पुणे क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा है। पुणे ग्रामीण में इसके खिलाफ मकोका के तहत दर्ज कई केस दर्ज है। बता दें कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पुलिस दिल्ली समेत कई राज्यों में उनके आरोपियों को तलाश में जुट चुकी है। अभी तक उपरोक्त मामले में कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिनकी निशानदेही पर अन्य लोगों की धरपकड़ भी जारी है।
पंजाब पुलिस ने बीते दिन आठ शूटरों की पहचान का दावा करते हुए बताया था कि इनमें 2 शूटर महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले हैं। 3 शूटर पंजाब के रहने वाले हैं। 2 शूटर हरियाणा के रहने वाले हैं और एक शूटर राजस्थान का रहने वाला है। पुलिस का कहना है कि सभी शूटर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हैं। इन शूटरों की तलाश में पंजाब पुलिस ने संबंधित राज्यों की पुलिस से मदद मांगी थी। गैंगस्टरों की तलाश में पंजाब पुलिस, हरियाणा-पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र में छापेमारी कर रही है।
हत्या के मामले में कई अहम सुराग मिल चुके हैं- पंजाब पुलिस
पंजाब पुलिस का कहना है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में कई अहम सुराग मिल चुके हैं। हत्या में शामिल अपराधियों का पता लगा लिया गया है। जिन शूटरों की पहचान हुई है, उनमें तरनतारन का मनप्रीत मनु व जगरूप सिंह रूपा, बठिंडा का हरकमल उर्फ रानू, सोनीपत का प्रियव्रत फौजी व मनजीत भोलू, महाराष्ट्र के पुणे का सौरभ उर्फ महाकाल व संतोष जाधव और राजस्थान के सीकर का सुभाष बनौदा शामिल है। पंजाब पुलिस को शक है कि इन्हीं शूटरों ने 29 मई को मानसा में सिद्धू मूसेवाला की हत्या की थी। ये सभी शूटर तीन दिन पहले कोटकपूरा हाइवे पर इकट्ठा हुए थे। ध्यान रहे कि सौरभ उर्फ महाकाल उर्फ सिद्धेश काम्बले को पुणे ग्रामीण क्राइम ब्रांच ने मकोका के मामले में कोर्ट में पेश किया। इससे पहले उसे कोर्ट में पेश किया गया था। वहीं, अब आरोपी को आगामी 20 जून तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सौरव महाकाल अंडरवर्ल्ड डॉन अरुण गवली गैंग के शूटर संतोष जाधव के साथ ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने के लिए पंजाब आया था। फिलहाल, पुलिस इस पूरे मसले की जांच कर रही है। अब ऐसी स्थिति में जांच मुकम्मल होने के बाद क्या कुछ सच्चाई निकलकर सामने आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।