चारधाम यात्रा में हृदयगति रुकने से यात्रियों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है।
देहरादून: चारधाम यात्रा में हृदयगति रुकने से यात्रियों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। एक दिन पहले शुक्रवार को केदारनाथ व बदरीनाथ में दो-दो और ऋषिकेश में तीन श्रद्धालुओं ने दम तोड़ा। अब तक चारों धाम में 54 श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद यात्रा शुरू करने पर बल
स्वास्थ्य विभाग ने तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें विशेषकर वरिष्ठ नागरिक, कोमर्बिडिटी (एक से अधिक बीमारियों से ग्रसित) अथवा लोंग-कोविड से प्रभावित यात्रियों को स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद यात्रा शुरू करने पर बल दिया गया है।
चारधाम यात्रा में चारों धाम उच्च हिमालयी क्षेत्र में हैं, इनकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मी से भी ज्यादा है। जिस वजह से यहां यात्री अत्यधिक ठंड, कम आद्रता, अत्यधिक अल्ट्रा वायलेट रेडिएशन, कम हवा का दबाव और कम आक्सीजन की मात्रा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सुगम एवं सुरक्षित यात्रा के लिए नीचे दिए गए 14 बिंदुओं का खास ध्यान रखने की सलाह दी गई है।