उत्तराखंडक्राइम

बैंक मैनेजर की सतर्कता से खुला नाइजीरियन “ब्लैक फिश” का षड्यंत्र, आनलाइन धोखाधड़ी करने वाले 2 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

देहरादून:- दिनांक 07-07-2023 को सुदीप सिंह शाखा प्रबंधक केनरा बैंक चकराता रोड देहरादून के द्वारा पुलिस चौकी बिंदाल पर सूचना दी कि उनके बैंक में खाताधारक शुभम कुमार पुत्र रमेश चंद्र निवासी चक्कू वाला कोतवाली नगर देहरादून के खाते में 17 मई 2023 से 23 जून 2023 तक कुल 3823000 रुपए और इसी तरह शिवम निवासी उपरोक्त के खाते में दिनांक 31 मई 2023 से दिनांक 30 जून 2023 तक कुल 1906985 रुपए का लेन-देन हुआ है,जो संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।

दोनो खाताधारकों शुभम और शिवम से उपरोक्त खातों के संबंध में पूछताछ की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि उनके उक्त दोनो खाते सूरज उर्फ गुरमीत निवासी लुधियाना नाम के व्यक्ति द्वारा चकराता रोड स्थित बैंक में खुलवाए गये थे, जिनमें एसएमएस अलर्ट नंबर उसने अपना अंकित कराया तथा उसके एक अन्य साथी आशीष निवासी लुधियाना द्वारा इस काम में उसकी मदद की गयी। प्राप्त सूचना पर तत्काल थाना कैण्ट पर धारा 420 आईपीसी का अभियोग पंजीकृत किया गया।

अभियोग के अनावरण हेतु पुलिस टीम का गठन कर 7 जुलाई 2023 की रात्रि में अभियोग में नामजद अभियुक्त गुरमीत सिंह उर्फ सूरज पुत्र बलविंदर सिंह निवासी मकान नंबर 5657 नियर आईपीएस स्कूल संधू नगर थाना हैबोवाल जिला लुधियाना पंजाब उम्र 27 वर्ष और आशीष मसीह पुत्र नरेश मसीह निवासी ब्लॉक 34 2098 सुरेंद्र पार्क थाना हैबोवल लुधियाना उम्र 33 वर्ष को दबिश देकर लुधियाना से गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से पुलिस टीम को अलग-अलग बैंकों की पासबुक, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड व अन्य कागजात बरामद हुवे।

अभियुक्तगणों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि वे अपने निवास स्थान से दूर अपने रिश्तेदारों के यहां जाकर वहां के लोगों से जान पहचान बढाते हैं तथा उन्हें अपने विश्वास में लेते हुए उन्हें छोटा-मोटा प्रलोभन देकर किसी प्रयोजन का बहाना बनाते हुए उनसे उनके नाम पर एकाउंट खुलवा लेते हैं। अक्सर जरूरतमंद लोग इनकी बातों में आकर इनके शिकार बन जाते हैं। बैंक में खाता खुलवाते समय अभियुक्तगणों द्वारा अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के रूप में अंकित कराया जाता है, जिससे सारे मैसेज, ओटीपी सीधे उनके पास ही आते हैं और अभियुक्तगणों द्वारा इन खातों का उपयोग करते हुए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर लोगों से धोखाधड़ी की जाती है।

अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि वे पूर्व मंे एक नाइजीरियन व्यक्ति, जिसे ब्लैकफिश के नाम से जाना जाता है के संपर्क में आए थे। जिसके द्वारा उन्हें प्रत्येक खाता खुलावाने के एवज में 18000 रू0 तक दिये जाने का प्रलोभन दिया गया था। इसी कारण लालच में आकर सूरज उर्फ गुरमीत देहरादून में अपने रिश्तेदार धीरज के घर आया तथा उसके जान पहचान वालों से दोस्ती की तथा उनको खनन के कार्य में पैसों का ट्रांजैक्शन बताते हुए अकाउंट की आवश्यकता की बात कही, जिस पर शुभम निवासी चक्कू वाला द्वारा अपना तथा कुछ अन्य लोगों के केनरा बैंक में अकाउंट खुलवाएं तथा सूरज द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर को उक्त अकाउंट में रजिस्टर मोबाइल नंबर के रूप में अंकित करवाया था।

बरामदगी विवरण-
अभियुक्त आशीष से बरामदा सामान का विवरण
1- भिन्न-भिन्न बैंकों से संबंधित 9 पासबुक। 2- केनरा बैंक में सहकारी बैंक के 6 एटीएम कार्ड।
3- दो पैन कार्ड। 4- 4 सिम कार्ड के रेपर जिन पर मोबाइल नंबर अंकित है।
5-01 एंड्राइड फोन
6- एक लैपटॉप

अभियुक्त सूरज उर्फ गुरमीत से बरामदगी-
1-केनरा बैंक की पांच पासबुक।
2-एयरटेल के 5 सिम और वोडाफोन इंडिया के 3 सिम कुल 8 सिम जिनके रैपर पर हाथ से मोबाइल नंबर लिखे हुए हैं।
3-एटीएम डेबिट कार्ड कुल 5
4-एक कागज जिसमें कुछ मोबाइल नंबर अंकित है।
5-03 कीपैड छोटे मोबाइल

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