सरकार ने फेयर कैप हटाया- कई रूटों पर 50 फीसदी तक कटौती
नई दिल्ली: हवाई किराए पर सरकार की ओर से फेयर कैप की बाध्यता खत्म करते ही कीमतों में बड़ी गिरावट दिखने लगी है। पिछले महीने तक आसमान छू रहे हवाई सफर के किराए अब जमीन पर आ गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने पिछले सप्ताह ही फेयर कैप की बाध्यता खत्म की थी। फेयर कैप का मतलब था कि कंपनियां तय सीमा से कम किराया नहीं रख सकतीं और न ही ऊपरी सीमा से ज्यादा बढ़ा सकती थीं। लेकिन इसकी बाध्यता खत्म होने के बाद बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए कंपनियां अपने ग्राहकों को लुभाने की पूरी तैयारी कर रही हैं। यही कारण है कि अकासा एयर, इंडिगो, एयर एशिया, गो फर्स्ट और विस्तारा जैसी कंपनियों ने अपने किराए में बड़ी कटौती की है।
सिर्फ एक महीने पहले शुरू हुई एयरलाइन अकासा एयर ने अपने सभी रूट पर किराए में भारी कटौती की है। विमानन कंपनियां पिछले महीने तक जहां दिल्ली से लखनऊ का हवाई किराया 3,500-4,000 रुपये वसूल रही थीं, वहीं अब यह घटकर 1,900 से 2,200 रुपये पर आ गया है। इस रूट पर सबसे सस्ता किराया एयर एशिया और इंडिगो का है। इसी तरह, कोच्चि और बैंगलूरू के बीच हवाई किराया घटकर 1,100 से 1,300 रुपये पर आ गया है। इस रूट पर गो-फर्स्ट, इंडिगो और एयर एशिया सबसे कम किराया वसूल रही हैं। मुंबई-जयपुर रूट पर कुछ दिन पहले तक हवाई किराया 5,000 से 5,500 रुपये था, जो अब घटकर 3,900 रुपये पर आ गया है।
वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पिछले महीने से कॉरपोरेट ट्रेवल में तेजी आई है, जिससे घरेलू कंपनियों को अपने किराए में कटौती का भरोसा जगा है। कंपनियों को अपने कारोबार में तेजी की उम्मीद बंधी है, जिसका लाभ वे किराये में कटौती करके ग्राहकों को भी दे रही हैं। सरकार ने कारोनाकाल में मई, 2020 के दौरान घरेलू हवाई किराए पर प्राइज बैंड तय कर दिया था, ताकि कीमतों में अनावश्यक वृद्धि न की जा सके।