अमेरिका से मिली जानकारी की जांच के लिए भारत ने बनाई समिति
अमेरिका से मिली जानकारी के बाद भारत ने इसकी जांच के लिए एक समिति बनाई है क्योंकि यह देश की की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में यह जानकारी दी। बता दें कि अमेरिका ने आरोप लगाया है कि उनकी सरजमीं पर एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या की साजिश रचने में भारतीय शामिल हैं। अमेरिका के आरोपों पर राज्यसभा में सवाल पूछा गया। जिसके जवाब में विदेश मंत्री ने जांच समिति बनाने की बात कही।
विदेश मंत्री ने संसद में पूछे गए सवाल पर दिया ये जवाब
विदेश मंत्री ने कहा कि ‘जहां तक अमेरिका की बात है, हमारे सुरक्षा सहयोग के चलते अमेरिका ने हमें कुछ जानकारी दी थी। यह जानकारी हमारे लिए चिंता का विषय है क्योंकि यह संगठित अपराध, तस्करी और अन्य मामलों से संबंधित है। यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है, इसलिए हमने इसकी जांच के लिए समिति का गठन किया है। विदेश मंत्री से ये भी सवाल किया गया कि अमेरिका और कनाडा के आरोपों को समान तरीके से क्यों हैंडल नहीं किया गया? इसके जवाब में जयशंकर ने कहा कि ‘कनाडा की तरफ से हमें कोई पुख्ता सबूत मुहैया नहीं कराए गए तो जहां तक समान तरीके से हैंडल करने की बात है तो एक तरफ से हमें पुख्ता सबूत दिए गए हैं और दूसरी तरफ से नहीं दिए गए हैं।’
अमेरिका ने लगाए थे ये आरोप
बता दें कि बीते महीने अमेरिका के संघीय अभियोजकों ने आरोप लगाया था कि भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता, कथित तौर पर भारत सरकार के एक अधिकारी के साथ मिलकर अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहने वाले सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश रच रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यह कथित सिख अलगाववादी गुरुपतवंत सिंह पन्नू है, जिसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों देशों की नागरिकता है।
इससे पहले सितंबर में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भी भारत पर आरोप लगाए थे कि बीते जून में कनाडा में हुई खालिस्तानी कट्टरपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ है। हालांकि भारत ने कनाडा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था और कनाडा के आरोपों को बेतुका बताया था।